13 इहैनिता मै उनखर लग किस्सा के परयोग करके बात करथो, काखे ऊ देखथै तउभरमा ऊ अंधरा बनथै अउ सुनथै तउभरमा ऊ नेहको सुनथै अउ नेहको समझथै।
पय धन्य हबै तुम्हर आंखी काखे उन देखथै अउ धन्य हबै तुम्हर कान काखे उन सुनथै।
जसना कि पवितर किताब हे लिखे हबै, भगवान पवितर आतमा के दवारा उनखर दिमाक के जर बनाय दय हबै, ऊ उनही असना आंखी दइ दइस, जउन नेहको दिखथै अउ असना कान जउन सुनथै नेहको अउ उनखर हइ दसा आज तक बने हर हबै।