5 मूसा कर नियम के किताब के नेहको पढे हबै, कि सुस्ताय कर रोज बिनती भवन के पुजारी खुदय सुस्ताय कर रोज के अपवितर करथै अउ तउभरमा ऊ दोसी नेहको ठहरिन।
ऊ भगवान के बिनती घर हे घुस के भगवान कर चढाय हर बलि पवितर रोटी के कसके खाइन? काखे ओही अउ ओखर संगिन के उनखर रोटी खान पियन मूसा कर नियम के बिरोध रथै, ऊ रोटी के केबल पुजारी मनसेन के खाय पिये के उचित रथै।
पय मै तुम्हर लग कथो, इछो कउ हबै जउन बिनती भवन लग बड्डे हबै।