24 पय मै तुम्हर लग कथो, कि नियाव के रोज भगवान गमोरा अउ सदोम के तुम्हर उप्पर जादा दया करही।”
मै तुम्हर लग सही कथो, नियाव के रोज सदोम अउ अमोरा सहर के हालत, ऊ सहर लग बोहत सहै के लायक होही।
इहैनिता तुम्हर लग कथो, ऊ रोज भगवान नियाव के रोज सूर अउ सैदा के दसा तुम्हर उप्पर जादा दया करही।
हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम बिधवन के घरन के खाय डारथा अउ दूसर के देखामै के निता बोहत टेम तक पराथना करथा, इहैनिता तुमही बोहत सजा मिलही।
जउन घर हे तुम्हर पहुनाई नेहको होही, अउ तुम्हर बातन के नेहको सुनही, ता तुम ऊ घर के छांड के, अउ ओखर चीन के निता, अपन गोड के धूधुर झार देबे, कि उनखर हे गवाह होही।
मै तुम्हर लग हइ कथो, ऊ रोज लग ऊ सहर के हालत के अपेक्छा सदोम के हालत कही अधिक सहै लायक होही।