17 हम तुम्हर निता बसुरी बजायन, पय तै नेहको नाचे तुम्हर निता दुख के गाना गयों पय तै नेहको रोय।
पय हइ पुरखा के बरोबरी केखर लग करव? ऊ बजार हे बइठके उन लरकन के जसना हबै जउन अक दूसर लग पुकार के कहत हबै,
पानी हे बतिस्मा देमै बाले यूहन्ना न तो रोटी खाइस अउ न दारू पीस, इहैनिता मनसे कथै, कि ओखर भित्तर भुतवा हबै।
यीसु उनखर लग कथै, जब तक दुलहा उनखर संग हबै, का बरतिहा मनसे दुख मनाय सकथै? पय ऊ रोज आही जब दुलहा उनखर लग अलगे कर दय जही, तब उन उपास करही।
जब यीसु ऊ मुखिया के घर छो पहुंचथै, ता उहां बसुरी बजामै बाले अउ मनसेन के हल्ला मचाउत देखथै।
ओखर बडका टोरवा खेत लग काम करके घर छो लउटथै, जब घर के लिघ्घो आथै, ता उके गामै बजामै अउ नाचै के आरो सुनाई देथै।
मनसेन के कडुक बड अक्ठी भीड यीसु के पाछू रेंगत रथै अउ एहमा कुछ डउकियो रथै, जउन ओखर निता रोउत रथै अउ दुखी होथै।
ऊ बजार हे बइठे हर लरकन के जसना हबै, जउन अक्ठी दूसर लग पुकार के कथै, हम तुम्हर निता बसुरी बजायन, पय तुम नेहको नाचे, हम तोर निता रोय के गाना गायन, पय तै नेहको रोय।
सगलू मनसे रोथै अउ ओखर निता विलाप करथै, यीसु कथै, “झइ रोबा, ऊ मरे नेहको हबै, बलुक टोरिया सोथै।”