चेलन के गुरू के बरोबर होय हे अउ हरवाहन के मालिक के बरोबर होमै हे संतोस करैका चाही, अगर मनसे घर के मुखिया के भुतवा कथै, ता उन ओखर घर बालेन के का कुछ नेहको कइहीं?
जउन बात मै तुम्हर लग कहे हव, ओही सुरता रखिहा, हरवाह अपन मालिक लग बडा नेहको होथै, अगर उन मोके सताय हबै, ता उन तुमो के सतइहिन, अगर उन मोर बचन के मानथै, ता तुम्हरो बात के मनहिन।