ऊ बिजहा जउन गली कर टाठा हे गिरे रथै, ओखर मतलब हबै, कि जब कउ स्वरग के राज के संदेस सुनथै, अउ उके नेहको समझथै, ता भुतवा आय के ओखर मन हे जउन बिजहा बोय रथै उके चुराय लइ जथै।
“यूहन्ना बतिस्मा देय बाले के आमै तक मूसा कर नियम अउ ग्यानी मनसे परभावित रथै, ओखर बाद भगवान कर राज के संदेस सुनाय जथै अउ बोहत मनसे भगवान कर लिघ्घो आमैके परयास करत हबै।
पय मनसेन के एखर बारे हे पता हुइ गइस, अउ उनो ओखर पाछू हुइ लेथै, यीसु उनखर सोगत करिस, भगवान कर राज के बारे हे गुठेइस अउ जिनही निक्खा होय के जरूरत रथै उनही निक्खा करिस।