17 सगलू मनसे मछडी अउ रोटी खायके अघाय गइन, अउ बचे हर रोटी के खन्डा लग बारा छन्नी भर गइस।
तब यीसु पांचठे रोटी अउ दुइठे मछडी हाथ हे लइके स्वरग पल्ला देखके भगवान के धन्यबाद देथै, अउ फेर रोटी के टोरिस, अउ अपन चेलन के दइस, ता उन मनसेन के पोरसै।