नियम अउ ग्यानी मनसेन के किताब लग पढै के बाद यहूदी मंडली के सरदार उनखर लिघ्घो संदेस पठोथै, हे भाइयो यदि मनसे खुसी के निता तुम्हर मन हे कउनो बात हबै, ता गुठेवा।
जब गेडरा किताब के लइ चुकथै तब उन चार परानी अउ चउबीस सियान ऊ गेडरा के नमस्ते करथै, उन सबके लिघ्घो धूप अउ बसुरी रथै अउ उन महके बाले चीज लग भररे हर सोना के खोरिया रथै, जउन पवितर मनसे के बिनती रथै।