पुडरा हे गिरे हर बिजहा कर मतलब हबै, ऊ मनसे जउन संदेस के सुनथै, पय दुनिया के चिंता अउ डेरा के लालच हे आय के परभु कर बचन के छांड देथै अउ ऊ मनसे आगू नेहको बड पाथै।
“कउनो हरवाह दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथै, काखे कि ऊ अकझन लग बैर करी अउ दूसर लग बोहत माया करी अउ अकझन लग मिले रही अउ दूसर के बेकार समझही अउ तुम भगवान अउ धन डेरा दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथा।”
पथरा हे गिरेहर बिजहा ऊ मनसे हबै, जउन भगवान कर बचन के सुनके मगन लग उके सुइकार कर लेथै, पय उनखर हे जर नेहको हबै ऊ कुछ टेम बिस्वास करथै अउ परिक्छा के टेम उन बिस्वास हे ढिलवा हुइ जथै।
हइ बरतमान दुनिया के धनड्ड लग निबेदन करा कि ऊ घमंड झइ करै अउ नास होय बाले धन-डेरा हे नेहको, बलुक भगवान के उप्पर आसा रखा, जउन हमर निस्तार के सब चीज जादा मातरा हे देथै।