4 उन यीसु के लिघ्घो आयके ओखर लग बिनती करके कथै, “ऊ सेना साहब ऊ काबिल हबै, कि तै ओखर निता असना कर।
जउन कोनो सहर, गांव छो जइहा, ता पता करिहा कि उछो बिस्वासओग मनसे कोहर हबै, तब तक तुम गांव नेहको छडिहा, तब तक उहै मनसे के घर हे रइहा।
अगर ऊ घर के मनसे लायक होही, ता तुम्हर सान्ति उनखर तक पहुंचही, अगर उन लायक नेहको होही, ता तुम्हर सान्ति तुम्हर लिघ्घो लउट आही।
पय ऊ मनसे जउन पीढी के कउनो हिस्सा जसना, अउ मरे हर मसे जिन्दा होय के निता ठहराय गय हबै, ऊ न तो काज करही अउ न काज करके बिदाई करे जही।
जब सिपाहिन के सिपाही यीसु के चरचा सुनिस ता कुछ सियान यहूदी के यीसु के लिघ्घो हइ बिनती करै के निता पठोथै, कि ऊ आयके ओखर हरवाह के निक्खा कर दे।
ऊ हमर रास्ट लग माया करथै, अउ उहै हमर निता मंडली सभा बनवाय हबै।”
अउ ऊ हरवाह रहिस अउ अपन सगलू घर कर मनसे भगवान लग डरथै। अउ यहूदी गरीब मनसेन के बोहत दान देथै अउ बराबर भगवान लग बिनती करत रथै।
पय एतका सही हबै कि सरदीस हे तोर इहां कुछु असना मनसेन हबै जउन अपन-अपन बन्डी असुध्द नेहको करिन, चरका कपडा पहिने हर मोर संग घुमही, काखे ऊ हइ कबिल हबै।