48 ऊ उस मनसे के जसना हबै, जउन घर बनाउत टेम भुंइ हे खोदरा करके पथरा हे नीह डालिस, बाढ आइस अउ नदिया के पानी ऊ घर हे टकराइस पय ऊ पानी घर के नेहको गिराय सकिस, काखे ऊ घर बोहत मजबूत बने रथै।
जउन मनसे मोर लिघ्घो आथै अउ मोर बात सुनथै अउ उनखर हे चलथै, ऊ केखरै जसना हबै? मै तुमही गुठेथो।
पय जउन मोर बात के सुनथै अउ नेहको मानथै, ऊ उस मनसे के जसना हबै जउन भुंइ के बगैर नीह डारे कुदरा हे अपन घर बनाय हबै, जब बाढ ओखर लग टकराइस ता ऊ गिर गइस अउ गिरके बरबाद हुइ गइस।”
मै तुम्हर लग हइ सब इहैनिता कहे हव, कि तुम मोर हे सान्ति पाय सका, दुनिया हे तुमही दुख सहै का पडही, पय हिम्मत धरा, मै दुनिया के जीत लय हव।”
अउ चेला के बिस्वास के स्थिर करत रथै अउ हइ उपदेस देथै, कि बिस्वास हे बने रहा अउ हइ कहत सिखाथै, हमके बोहत दुख उठाय के भगवान कर राज हे परवेस करै के होही।
तुम्हर रचना ऊ घर के जसना हबै, जउन चेला अउ ग्यानी मनसे के नीह हे ठाढ हबै अउ जेखर खुटान के पथरा खुद यीसु मसीह हबै।
तउभरमा भगवान के निक्खा नीह बने रथै, अउ ओहमा हइ छाप लगे हबै, “परभु अपनो के चीनथै” अउ “जउन कउ परभु के नाम लेथै, ऊ अधरम लग बचे रहै।”
इहैनिता भाई अउ बेहन तुम अपन बुलउवा अउ चुने जाय के साबित करै के निता पूर-पूर परयास करत रइहा, अगर तुम असना करत रइहा ता कबहुन रास्ता लग नेहको भटकिहा अउ न ठोकड खइहा।
पिरिय लरका तुम उनखर हे बने रहा, जेखर लग जब ऊ परगट होय ता हमके पूर भरोसा होय अउ उनखर आय लग उनखर आगू हमके बेज्जती नेहको होय पडै।
अब जउन तुमही ठोकड खाये लग बचा सकथै, अउ ओखर महिमा के उपस्थित हे तोके बडा खुसी के संग निरदोस करके परस्तुत के सकथै।