4 दाऊद भगवान कर घर हे जायके चढावा के रोटी उठाइस अउ खुद खाइस, अउ अपन संगिन के खबाथै, सिबाय पुजारिन के छांडके कउनो अउ के उनही खांय के निता उचित नेहको हबै।”
ऊ भगवान के बिनती घर हे घुस के भगवान कर चढाय हर बलि पवितर रोटी के कसके खाइन? काखे ओही अउ ओखर संगिन के उनखर रोटी खान पियन मूसा कर नियम के बिरोध रथै, ऊ रोटी के केबल पुजारी मनसेन के खाय पिये के उचित रथै।