27 यीसु कथै, मै सगलू सुनै बाले मनसेन लग कथो, अपन बैरिन लग माया करा जउन तुम्हर लग घिनाथै उनखर संग अच्छाई करा।
तुम हइ बात के धियान देया, कि बुराई के बदला बुराई झइ करा, पय हरमेसा अक दूसर के अउ सब मनसेन के भलाई करै के परयास करा।
पय तुम अपन बैरिन लग माया करा, उनखर निक्खा करा अउ फेरै पामै के आसा झइ करके उधार देया, तबै तुम्हर इनाम बडा हुइ अउ तुम परम परधान भगवान के लरका बन जइहा, काखे ऊ उनखर परति किरपा अउ दुस्ट मनसेन लग दया करथै।
इहैनिता जब तक मउका मिलै हम सबझन के संग निक्खा करी, खासतोर करके बिस्वास करै बाले भाई के संग।
फेरै उनखर लग कथै, “चेतन्ना रहा कि का सुनथा, जउन नाप ले नापथस दूसर के निता, उहै नाप ले भगवान तोर निता नापही, अउ उके बोहत दय जही।
भगवान उहै यीसु नासरी के पवितर आतमा अउ सक्ति लग अभिसेक करे रथै अउ ऊ चारो पल्ला घूम-घूम के निक्खा काम करथै अउ भुतवा के बस हे आय हर मनसेन के निक्खा करथै काखे भगवान उनखर संग रथै।
फेर घुटवा के बल गिर जथै, “हे परभु हइ पाप के उनखर हे झइ लगाबे।” एतका कहि के ऊ मर जथै।
ता यीसु कथै, हे बाफ इनके छमा करबे, काखे हइ मनसे नेहको जानथै, कि ई काहिन करथै, फेर ऊ चिट्ठी डालके ओखर बन्डी अपने हे बांट लेथै।
“यीसु कथै, एखर लग चवकस रहा, कि तुम कउन मेर सुनथा, काखे कि जेखर लिघ्घो हबै, उके अउ दय जही अउ जेखर लिघ्घो कुछु नेहको हबै, ओखर लिघ्घो लग वहु लइ ले जही जेही ऊ अपन समझथै।”
निक्खा भुंइ लग गिरेहर बिजहा ऊ मनसे हबै, जउन बचन सुनके उके सच्चे अउ निस्कपट मन हे समार के रखथै अउ अपन धीर धरै के कारन फडुहा लानथै।
पय कुछ बिजहा निक्खा भुंइ हे गिरिस अउ जम के सव गुना फडुहा लाइस।” एतका गुठेके बाद यीसु पुकार के कथै, “जेखर सुनै के कान होय ऊ सुन ले।”
“धन्य हबा तुम, जब मनसे कर टोरवा यीसु के चलते मनसे तुम्हर लग बैर करही, तुम्हर बहिस्कार अउ बेज्जती करही अउ तुम्हर नाम गलत समझ के काट देइहिन।”
हे पिरिया संगी, बुराई के नेहको पय निक्खा करा, जउन निक्खा करथै, ऊ भगवान के पल्ला लग हबै, जउन बुराई करथै, ऊ भगवान के नेहको देखे हबै।
पय पोलुस ऊंच आरो लग पुकार के कथै, “अपन खुद के नुसकान झइ पहुंचा, काखे कि हम सब इछो हबन।”