32 मनसे ओखर सिक्छा सुनके चकित रथै, काखे ऊ हक के संग बोलथै।
यीसु मूसा कर नियाव के गुरू के जसना नेहको बलुक बड्डे हक के जसना सिक्छा देथै, इहैनिता मनसे ओखर बातन लग बोहत चकरा जथै।
सगलू सुनै बाले मनसे यीसु के समझ अउ ओखर जबाब लग चकित रथै।
मंडली हे अक्ठी मनसे रथै, जेखर हे असुध्द बेकार भुतवा समाय रथै, ऊ जोर लग चिरलाथै।
सगलू मनसे चकित रथै, उन अपनै हे कथै, हइ कइसन बचन आय? ऊ हक अउ सक्ति के संग भुतवा के आदेस देथै, अउ ऊ निकर जथै।
आतमै हबै, जउन जीवन देथै, देह लग कुछु फायदा नेहको होथै, मै तुम्हर लग जउन बात कहे हव, ऊ आतमा अउ जीवन हबै।
सिपाही जबाब देथै, जसना ऊ मनसे बोलथै, ओसना कबहुन कउनो बात नेहको बोलथै।
हम लजाय बाले काम के छांड दय हबन, अउ न हम ईस करथन अउ न ही भगवान के बचन के मिलावट करथन बलुक सही के सरल रूप हे परगट करके भगवान के आगू खुद के हर अक्ठी कर मन के निता परगट करथन।
काखे हमर संदेस तुम्हर इहां सिबाय सब्द हे नेहको, पय सक्ति, पवितर आतमा अउ बडा बिस्वास के संग पहुंचाय गइस, जसना तुम जानथा, कि हम तुम्हर निता कइसन बन गय रहन।
हइ बातन के सिखाय करा, हिम्मत बढाबा, अउ पूर हक के संग डांटा अउ कउ तुमके बेकार झइ जान पामै।