“परभु कर आतमा मोर संग हबै, काखे ऊ मोर अभिसेक करे हबै, ऊ मोके पठोय हबै, कि मै कंगालन के संदेस सुनाव, अउ जेलियरन के मुकति करो, अउ अंधरन के फेरै आंखी देय के संदेस दों, मै दलित मनसेन के आजाद करव।”
नियम अउ ग्यानी मनसेन के किताब लग पढै के बाद यहूदी मंडली के सरदार उनखर लिघ्घो संदेस पठोथै, हे भाइयो यदि मनसे खुसी के निता तुम्हर मन हे कउनो बात हबै, ता गुठेवा।
काखे कि यरुसलेम नगर के रहै बाले अउ उनखर मुखिया उके नेहको चीनथै अउ न ग्यानी मनसे के बात समझथै, जउन सुस्ताय कर रोज पढ के सुनाय जथै, इहैनिता उके दोसी ठहराय के हइ बातन के पूर करथै।
जब भगवान उनखर लग दुरिहां हुइ गइस अउ ऊ उनही बादर के तरइयन के उपास करै के निता छांड देथै, जसना कि ग्यानी मनसे के किताब हे लिखवरे हबै, हे इस्राएल के मनसे का तुम पतेरा हे, चालीस साल तक गोरू के बलि, अउ दाना के बलि मोहिन के चढाउत रहा।