34 जउन बात ऊ गुठे रथै, परभु सही हे जिन्दा होय हबै अउ समोन के दिखाई दइस।
पय तुम जा, अउ ओखर चेला अउ पतरस लग गुठे, कि ऊ तुम्हर लग आगू गलील नगर छो पहुंचही, जसना ऊ तुम्हर लग गुठे रहै, तुम उके उहै छो देखिहा।
ऊ इछो नेहको हबै, पय ऊ जिन्दा हुइ गय हबै, सुरता करा कि ऊ गलील सहर छो रहत, तुम्हर लग कहे रथै।
दाय के देखके परभु दया लग भर जथै अउ बिधवा डउकी लग कथै “झइ रो”
यूहन्ना अपन दुइठे चेलन के बुलाय के परभु के लिघ्घो पूछै के निता पठोथै, “का जउन आमै बाले रथै, जेही हम ओरगथन का तहिन हबस?”
यीसु अपन मिरतू कर बाद ऊ अपन खुद के बोहत लग मजबूत सबूत कर संग उनखर आगू परगट करिस कि ऊ जिन्दा हबै, ऊ चालीस रोज तक उनही दिखाई देत रथै अउ उनखर लग भगवान कर राज के बारे हे बात करथै।
अउ कैफा के अउ अपन बाराठे चेलन के दिखाई दइस।