28 यीसु उनखर पल्ला मुडथै, अउ कथै, यरुसलेम के टोरिया मोर निता झइ रोबा, बाकि खुदय अपन निता अउ अपन लरकन के निता रोबा।
मनसेन के कडुक बड अक्ठी भीड यीसु के पाछू रेंगत रथै अउ एहमा कुछ डउकियो रथै, जउन ओखर निता रोउत रथै अउ दुखी होथै।
काखे असना रोज आउथे जब मनसे गुठेही ऊ डउकी धन्य हबै, जउन बांझ हबै अउ धन्य हबै ऊ कोंखी जउन कउनो के पइदा नेहको देथै, अउ ऊ छाती धन्य हबै जउन कबहुं दूध नेहको पिलाथै।
देखा, उहै बादर हे आमै बाले हबै, सब मनसे उके देखहिन जउन उके छेदथै, उहो देखहिन अउ भुंइ के सगलू जात उनखर कारन रोइहिन हइ निस्चित हबै, आमीन।