तुम हइ दुनिया के जसना आचरन झइ करा, बलुक सगलू कुछ नबा नजर लग देखै अउ अपन आदत बदल ले, हइमेर तुम जान जाबे, कि भगवान के चाहथै अउ ओखर निक्खा सुइकार ओग, समझदार अउ सबले बढिहा हबै।
अउ तुम, जबान टोरवा सियानन के कबजा हे रहा, तुम सब नम्र हुइ के अक दूसर के सेबा के निता कनिहा कस के तइयार रइहा, काखे भगवान घमन्डिन के बिरोध करथै, पय ऊ दीनहीन मनसेन हे दया करथै।