पुडरा हे गिरे हर बिजहा कर मतलब हबै, ऊ मनसे जउन संदेस के सुनथै, पय दुनिया के चिंता अउ डेरा के लालच हे आय के परभु कर बचन के छांड देथै अउ ऊ मनसे आगू नेहको बड पाथै।
पय तुम चेतन्न रइहा, काखे मनसे तोके मंडली हे सोप देही, अउ तुमही मंडली हे पिटही, मोर नाम के चलते तुमही राजपाल अउ राजा के आगू ठाढ करही, कि उनखर निता गवाह होय।
इहैनिता, हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब तुम ऊ रोज के ओरगे हबा, ता परियास करा कि परभु के नजर हे पवितर अउ निरदोस पाय जा, अउ तुम्हर हे ओखर सान्ति के निबास होय।