26 डर के कारन अउ दुनिया हे आमै बाले दिग्गत के देखत-देखत मनसे के जीव हे जीव नेहको रही, काखे बादर के सक्ति डोलाय जही।
“उन रोज के पीरा ओखर हरबी बाद बेरा अंधियार हुइ जही, जोंधइया उजेड नेहको दइ, तरइया बादर लग गिर जइहिन अउ बादर के सक्ति के डोलाय जही।
अउ बादर ले तरइया गिरै लगहिन, अउ बादर के सक्ति डोलाय जही।
“बेरा, जोधइया अउ तरइया हे चिन्हा सुरू होही अउ भुंइ हे सगलू जात हे दिग्गत आही अउ सागर हे उधल पुथल लग घबरा जइहिन।
अउ तब ऊ मनसे कर टोरवा के अपन सक्ति अउ महान महिमा के संग बादर हे आउत देखही।