11 भयानक भुंइडोल आही अउ कउनो जिघा पय अकाल पडही अउ महामारी होही, बादर हे बोहत घटनाय घटही अउ महान चिन्ह सुरू होही।
सगलू अक्ठी रास्ट दूसर देस के बिरोध हे ठाड हुइहीं अउ राज-राज हे चढाई करही अउ जिहां-तिहां अकाल पडही, सब जिघा भुंइडोल होही।
तब यीसु उनखर लग कथै, अक्ठी जात दूसर जात के बिरोध हे ठाड हुइहिन, अउ अक्ठी राज दूसर राज के बिरोध हे चढाई करही।
पय ई बातन के आगू ऊ मनसे तुमही बन्दी बना लइहीं अउ सतइही, ऊ तुम्हर उप्पर अधिकार के आदेस चलाय के निता तुमके मंडली दरबार हे दइ देइही अउ फेर मोर नाम के कारन ऊ तुमही, राजा अउ राजपालो के आगू लइ जइही।