43 जब तेउहार के रोज पूर होथै, ता यूसुफ अउ मरियम अपन घर छो लउटथै, ता लरका यीसु यरुसलेम सहर छो रह जथै, अउ ओखर दाय-बाफ हइ नेहको जानथै।
जब यीसु बारा साल के हुइस, ता ऊ रीति रिबाज के जसना यरुसलेम सहर छो जथै।
यूसुफ अउ मरियम हइ बात के समझथै, कि ऊ यातरी समूह मनसेन के संग होही, इहैनिता उन अक्ठी रोज के यातरा पूर करै के बाद उके अपन परवार अउ संगिन के बीच खोजै लगथै।