8 पय जक्कई सबके आगू ठाढ हुइस, अउ ऊ परभु लग कथै, हे परभु देख मै अपन आधा डेरा गरीबन के दइ देहुं, अउ मै कउनो गलती लग कुछु लय हबो, ता उके चारगुना लउटाय दइहों।
तुम्हर हे जउन भित्तर बसे हबै, उके दान हे दइ देया, तब तुम अउ तुम्हर सगलू कुछ सुध्द हुइ जही।
अपन डेरा के बेच के मिलेहर पइसा के गरीबन हे बांट देया, अपन निता असना थइला हे धन डेरा अक जिघा करा, जेही नस्ट नेहको करे जाय सकथै, स्वरग हे अक जिघा करे हर डेरा हे न चोरटा के पहुंच हबै, अउ न पाई कीडा खतम कर पई।
मै तुम्हर लग कथो, अधरम के धन डेरा लग अपन निता संगी बना लेया, जब हइ धन डेरा बढोय जही, तुमके सबरोज के निबासी घर हे सोगत करही।
हइ देखके सगलू मनसे जलै लग जथै, अउ कथै यीसु तो पापी मनसे के महिमान बनै गय हबै।
दाय के देखके परभु दया लग भर जथै अउ बिधवा डउकी लग कथै “झइ रो”
यूहन्ना अपन दुइठे चेलन के बुलाय के परभु के लिघ्घो पूछै के निता पठोथै, “का जउन आमै बाले रथै, जेही हम ओरगथन का तहिन हबस?”