27 यीसु कथै, ऊ बात जउन मनसे के निता बोहत दिग्गत हबै, पय भगवान के निता सगलू बात बोहत लिखडी हबै।
यीसु उनही देखत कथै, मनसे के निता लिखडी नेहको हबै, पय भगवान के निता सगलू कुछ लिखडी हबै।
काखे जउन बचन भगवान के निता कुछु कठिन नेहको हबै।”
उन मनसे ई बात सुनके कथै, गुठेबा मुकति केखर होही?