21 ऊ कथै, हइ काम सगलू मै, लडकपन ले करत आय हबो।
पय ऊ अपन बाफ के जबाब देथै, मै एतका साल लग तोर सेबा करे हव अउ कबहुन तोर आदेस के उलंघन नेहको करे हव, पय कबहुन तै मोके अक्ठी छेडी के लरका तक मोके नेहको दय हबस, कि महुं अपन संगिन के संग खुसी बनाय सको।
मै तुम्हर लग कथो, इहैमेर निन्यानबे धरमी मनसे के अपेक्छा, जेही पस्चाताप करै के जरूरी नेहको हबै, ऊ अक्ठी पापी के निता स्वरग छो कहुं बोहत मगन बनाय जही, जउन मन बदलथै।
तुम आदेस के जानथा, गलत काम नेहको करबे, खून नेहको करबे, चोरी नेहको करबे, झूठी गवाही ले बचबे अउ अपन दाय बाफ के इज्जत करिहा।
यीसु ई बातन के सुनथै, ता ऊ उनखर ले कथै, अबहुन तोर हे अक्ठी बात के कमी हबै, तोर लिघ्घो जउन कुछ धन डेरा हबै, सगलू के बेच डार अउ फेर जउन कुछ पइसा मिलही उके गरीबन हे बांट दे, एखर ले तोके स्वरग हे धन डेरा मिलही, आ अउ मोर पाछू हुइ ले।
खुसी के बारे हे कहों ता मंडली के सतामै बाले जब मै आठ रोज के रथो, तब मोर खतना नियम लग हुइस मै इस्राएली जात के हबो, नियाइपन के नजर हे मै बेकसूर हबो।