जब तुम बिनती करत हबा, ता ढोंगहन कर जसना झइ करिहा, उन मनसेन के दिखामै के निता, मंडली हे अउ गली कर मोड हे ठाड हुइ के बिनती करथै, मै तुम्हर लग सही कथो, उनही उनखर फडुहा मिल चुकिस।
इहैनिता जेतना मनसे नियम के कामन हे बिस्वास करथै, ऊ सगलू सरापित के बस हे हबै, काखे लिखवरे हबै, “जउन कउ नियम के किताब हे लिखवरे सगलू बातन के नेहको मानथै, ऊ सरापित हबै।”