यीसु उनखर लग कथै, तुम्हर भित्तर बिस्वास कर कमी हबै, मै तुम्हर लग सही कथो कि अगर तुम्हर लिघ्घो राई के दाना के बरोबर बिस्वास हबै, ता तुम हइ डोंगर लग कइहा इछो लग उछो कढ जा, ता ओसनेन होही अउ तुम्हर निता कुछु काम कठिन नेहको होही।
भगवान कर राज राई दाना के बिजहा के जसना हबै, जेही कउनो मनसे अपन बारी हे बोथै, अउ बिजहा जम के अक्ठी रूख बन जथै, इहां तक कि बादर के चिरइया आयके ओखर डगइल हे बसेरा करै आथै”