18 का ई परदेसी मनसे के छांड के, कउनो मनसे भगवान के, बडाई करै नेहको लउटिन।
“पय बोहत लग मनसे जउन आगू हबै, ऊ पाछू हुइ जइही अउ जउन पाछू हबै ऊ आगू हुइ जइहिन।”
इहैमेर जउन पाछू हबै, ऊ आगू हुइ जही अउ जउन आगू हबै, ऊ पाछू हुइ जही।
यीसु हइ सुनके चकित होथै, अपन पाछू आमै बाले मनसेन लग कथो, मै तुम्हर लग सही कथो, मै एतका मजबूत बिस्वास इस्राएल हे कउनो के भित्तर नेहको पाय हबो।
पय जेही मोर राज हे होमै चाही, उनही अंधियार हे डाल दय जही, जिहां रोइहिन अउ दांत पिसहिन।
हइ देखके मनसे डर गइन अउ भगवान के महिमा करै लगिन, जउन मनसेन के असना हक दय हबै।
यीसु ओखर ले पूछथै, का अबहुन तक दसोठे कोढी मनसे सुध्द नेहको हुइन, फेर ऊ नवठे मनसे कछो हबै।
ऊ बोहत आरो लग कथै, “भगवान लग डरै, ओखर महिमा करा काखे नियाव के टेम आय गय हबै, बडाई ओखर के ऊ स्वरग, भुंइ, समुन्दर अउ पानी के सोरोत के बनाय हबै।”