4 मै समझ गयों कि का करहुं ताकि मै भन्डारी के पदवी लग हटाय जाय के बाद मनसे अपन घर हे मोर सोगत करै।
ता ऊ भन्डारी मनै मन सोचै लग जथै, अब मै काहिन करव? मालिक मोर लग भन्डारी के पद छीनथै, माटी खोदै के मोर हे बल नेहको आय, भीख मांगै हे मोके लाज लागथै।
ऊ अपन मालिक के हर अक्ठी करजा बाले मनसे के बुलाथै अउ पहिले करजा बाले लग कथै, तुम्हर हे मोर मालिक के केतका करजा हबै।
मै तुम्हर लग कथो, अधरम के धन डेरा लग अपन निता संगी बना लेया, जब हइ धन डेरा बढोय जही, तुमके सबरोज के निबासी घर हे सोगत करही।
हइ मेर के ग्यान भगवान लग नेहको आथै, पय सांसारिक, स्वभाविक देह अउ भुतवा हबै।