27 धनी मनसे कथै, बाफ तोर लग अक्ठी बिनती हबै, तै लाजर के मोर बाफ के घर छो पठोय दे।
अउ फेर एखर अलाबा तुम्हर अउ हमर बीच हे अक्ठी बडा खाई बनाय गय हबै, जेखर इछो लग उछो जाय बाले उछो नेहको जाय पइहिन, अउ न कउनो उछो लग इछो आय सकहिन।
काखे मोर पांचठे भाई हबै, ता लाजर उनके चेतन्न कर दे, कहुं असना झइ होय कि उन पीरा के जिघा छो आ जाय।