25 अब्राहम ओखर लग कथै, टोरवा सुरता कर कि तुमके जीवन हे बढिहा चीज पाय चुके हबस अउ लाजर के बेकार चीज, पय अब ऊ सान्ति पाथै, पय तै तडपथस।
उन कथै, “परभु हमके सुरता हबै, कि ऊ नरै बाले अपन बीते हर टेम हे कहे रथै, कि मै तीन रोज बाद फेरै जी उठिहों।
अगर तोर गोड तोके पाप के कारन बनही, ता गोड के खपल डार, इहै निक्खा हबै कि लेंगरा सबरोज के जीवन हे जा, अगर दोनो गोड रहत भरमा नरक हे झपोय दय जही।
अउ अक्ठी लाजर नाम के गरीब मनसे पडे रथै, अउ ओखर देह घाव लग भरे हर रथै अउ ऊ धनी मनसे के परवेस दूरा के लिघ्घो छांड दय जथै।
नरक हे धनी मनसे तडपथै, अउ अपन आंखी उठायके दुरिहां लग अब्राहम के कोरा हे लाजर के बइठे हर देखथै।
अउ फेर एखर अलाबा तुम्हर अउ हमर बीच हे अक्ठी बडा खाई बनाय गय हबै, जेखर इछो लग उछो जाय बाले उछो नेहको जाय पइहिन, अउ न कउनो उछो लग इछो आय सकहिन।
“पय हाय तुमही जउन तुम धनड्ड हबा, काखे तुम अपन सुख सान्ति पाय चुके हबा।”
मै तुम्हर लग हइ सब इहैनिता कहे हव, कि तुम मोर हे सान्ति पाय सका, दुनिया हे तुमही दुख सहै का पडही, पय हिम्मत धरा, मै दुनिया के जीत लय हव।”
अउ चेला के बिस्वास के स्थिर करत रथै अउ हइ उपदेस देथै, कि बिस्वास हे बने रहा अउ हइ कहत सिखाथै, हमके बोहत दुख उठाय के भगवान कर राज हे परवेस करै के होही।
काखे देह हे मन लगाना तो, भगवान लग बैर करैका हबै, काखे असना न तो भगवान कर नियम के दवारा हबै अउ न हुइ सकथै।
उन मनसे के आखरी हे बिनास हबै, ऊ खाना के अपन भगवान बनाय लेथै, अउ असना बात हे गर्व करथै, जिनखर उप्पर लजाय चाही, उनखर मन दुनिया के चीज हे लगे हर हबै।
कउ हइ दुख के कारन झइ डगमगाय, काखे तुम खुदय जानथा कि हम इनखरै निता ठहराय गय हम।
अउ पाप के छिन भर के सुखी के मगन के बजाय भगवान के मनसेन के संग दुख सहै के सही समझिस।
तुम न दुनिया लग माया करा अउ न दुनिया के चीजन लग जउन दुनिया लग माया करथै, ओखर हे बाफ के माया नेहको।
मै उके जबाब दयों, हे परभु, तै तो जानथस अउ उन मोर लग कहिस, “हइ ऊ मनसे हबै, जउन बडा दुख मसे निकड के आय हबै, इन गेडरा के खून हे अपन खुरथा पइजामा धोय के चरका के लय हबै।