15 यीसु उनखर लग कथै, तुम मनसेन के आगू बोहत धरमी मनसे बनै का ढोंग करथा, पय भगवान तुम्हर मन के जानथै, जउन बात मनसे के नजर हे खास हबै, ऊ भगवान के नजर हे असुध्द हबै।
जब कबहुन तुम उपास करथा, ता ढोंगहन के जसना तुम्हर मुंह उदास झइ रहै अउ उन अपन मुंह के इहैनिता उतारै रथै, ताकि दूसर मनसे उनखर उपास के जानै, मै तुम्हर लग सही कथो, कि अपन फडुहा पाय चुके हबै।
जब तुम बिनती करत हबा, ता ढोंगहन कर जसना झइ करिहा, उन मनसेन के दिखामै के निता, मंडली हे अउ गली कर मोड हे ठाड हुइ के बिनती करथै, मै तुम्हर लग सही कथो, उनही उनखर फडुहा मिल चुकिस।
यीसु फेर तीसर बेर ओखर लग कथै, “हे समोन यूहन्ना कर टोरवा का तै मोर लग माया करथस?” हइ सुनके पतरस गुस्सा होथै, कि ऊ तीसर बार असना पूछथै, “का तै मोर लग माया करथस?” पतरस यीसु लग कथै, “हे परभु, तै तो मन के बात जानथस, तै हइ जानथस कि मै तोर लग माया करथो।” यीसु ओखर लग कथै, “मोर गेडरन के चरा।”
इहैनिता ठीक टेम आमै लग पहिले मतलब जब तक परभु नेहको आथै, तब तक कउनो बात के नियाव झइ करा, उहै अंधियार हे लुके बातन के उजागर करही, अउ मन के बातन के परगट करही, ऊ टेम भगवान के तरफ लग हर अकझन महिमा पाही।
अउ तुम, जबान टोरवा सियानन के कबजा हे रहा, तुम सब नम्र हुइ के अक दूसर के सेबा के निता कनिहा कस के तइयार रइहा, काखे भगवान घमन्डिन के बिरोध करथै, पय ऊ दीनहीन मनसेन हे दया करथै।
मै उनखर लरकन के मार डरिहों अउ सगलू मंडली के हइ पता चल जही कि मै उहै यहों जउन मनसे के मन अउ उनखर दिमाक के जानथो, मै तुम सबझन के तुम्हर कामन के जसना सजा देहुं।