कउनो मनसे दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथै, काखे ऊ अकझन लग बैर करही अउ दूसर लग माया करही, या अकझन के इज्जत करही अउ दूसर के नरही, तुम भगवान अउ डेरा दोनोन के सेबा नेहको कर सकथा।
अपन डेरा के बेच के मिलेहर पइसा के गरीबन हे बांट देया, अपन निता असना थइला हे धन डेरा अक जिघा करा, जेही नस्ट नेहको करे जाय सकथै, स्वरग हे अक जिघा करे हर डेरा हे न चोरटा के पहुंच हबै, अउ न पाई कीडा खतम कर पई।
यीसु ई बातन के सुनथै, ता ऊ उनखर ले कथै, अबहुन तोर हे अक्ठी बात के कमी हबै, तोर लिघ्घो जउन कुछ धन डेरा हबै, सगलू के बेच डार अउ फेर जउन कुछ पइसा मिलही उके गरीबन हे बांट दे, एखर ले तोके स्वरग हे धन डेरा मिलही, आ अउ मोर पाछू हुइ ले।
हे मोर पिरिया भाई अउ बेहन, सुन लेया। का भगवान उन मनसेन के नेहको चुने हबै, जउन दुनिया के नजर हे गरीब हबै, ताकि उन बिस्वास के धन्नड हुइ जाय अउ ऊ राज के बारिसदार बनै, जउन ऊ अपन सेबकन के देय के निता टीमा करे हबै, जउन ओखर लग माया करथै?