1 यीसु अपन चेलन के अक्ठी किस्सा सुनाथै, कउनो धनी मनसे के अक्ठी भन्डारी रथै, मनसे ओखर मालिक के आगू ओखर हे दोस लगाइन, कि ऊ तोर सगलू धन डेरा के उडाय देथै।
सांझ हुइ गइस ता बगिया के मालिक अपन हरवाह लग कथै, सुरू लग लइके आखरी तक आमै बाले मजदुरिहन के बुलाय के मजदूरी दइ दे।
यीसु कथै, कोनहर असना समझदार अउ दिमाक बाले हबै, जेखर मालिक अपन हरवाह के उप्पर सही टेम, पय ग्यानी भन्डारी कोनहर हबै, जेही ओखर मालिक अपन हरवाह अउ हरवाहिन के चुने हबै, ताकि सही टेम हे उनही भोजन के समान देय।
कुछ रोज के बाद नान टोरवा अपन सगलू पइसा लइ जाय के, अक्ठी दुरिहां देस छो कढ जथै अउ उहां जाय के ऊ अपन सगलू पइसा उडाय देथै।
पय जब तोर हइ नान टोरवा आय हबै, जउन बेकार कामन हे तोर धन डेरा बढोय डारे हबै अउ तै ओखर निता पाले हर बोकडा कटवाय हबस।
यीसु कथै, अक्ठी धनी मनसे रथै, जउन निक्खा अउ मंहगा बन्डी ओढथै अउ सबरोज सुखबिलास अउ खुसी लग अपन जीवन गुजारे रथै।
इहैनिता मालिक उके बुलाय के कथै, हइ मै तोर बारे हे का सुनथो? अपन भन्डारी के हिसाब किताब दे, काखे तै अब मोर भन्डारी नेहको रही सकथस।
तीसर हरवाह आयके कथै, हे मालिक देख ई हबै, तोर पइसा जउन तै मोके दय रथस, मै इके निक्खा साफी हे गठियाय के धरे रहों।
हेरोदेस राजा के भन्डारी खुजा कर डउकी यूहन्ना, सूसन्नाह अउ बोहत डउकी रथै, जउन अपन खुद के डेरा लग यीसु अउ ओखर चेलन के सेबा के जुगाड करथै।
काखे मुखिया के भगवान के भन्डारी होमै के कारन बेकसूर होमै चाही, न हठ्ठी करै बाले, न गुस्सा, न दरुहा, न लडाई करै बाले, अउ न गलत कमाई के लालची होय,
जब तुम मंगतो हबा, इहैनिता नेहको पाउत हबा कि अच्छी तरह लग नेहको मांगथा, तुम अपन सुख बिलास के निता मांगथा।
जेही जउन बरदान मिले हबै, ऊ भगवान के कइन मेर के अनुगरह किरपा के अच्छी भन्डारी के जसना अक दूसर के सेबा हे लगामै।