8 “कउन असना डउकी होही, जेखर लिघ्घो दसठे चांदी के पइसा हुइ अउ उनखर मसे अक्ठी पइसा भुलाय जाय, ता ऊ चिमनी जलाके के घर के झारी बहारी जब तक उके पइसा मिल नेहको जाय, तब तक ऊ उके खोजत रही?
मनसे चिमनी जलाय के खटिया कर तरी नेहको, पय पिरभिटिया हे मडाथै, ता ऊ घर के सगलू झन के उजेड मिलै।
मै तुम्हर लग कथो, इहैमेर निन्यानबे धरमी मनसे के अपेक्छा, जेही पस्चाताप करै के जरूरी नेहको हबै, ऊ अक्ठी पापी के निता स्वरग छो कहुं बोहत मगन बनाय जही, जउन मन बदलथै।
पइसा मिल जाय लग ऊ अपन सखी अउ परोसिन के बुलाय के गुठे, मोर खुसी हे सामिल हुइ जा, काखे भुलाय हर पइसा मिल गय हबै।
काखे कि मनसे कर टोरवा भुलाय हर मनसे के खोजै, अउ उनखर मुकति करै के निता आय हबै।”
मोर अउ गेडरा हबै, जउन हइ सार के नेहको हबै, मोके उनोन के लामै के निता जरूरी हबै, उन मोर आरो सुनही, तब अक्ठिन झुन्ड होही अउ अक्ठिन बरेदी होही।
अउ न केबल यहूदी मनसेन के निता, बलुक इहैनिता कि भगवान के भटके हर टोरवन के अकजुट कर दे।
जादू करै बाले मसे बोहत अपन किताब अक जिघा करके सबके आगू जराय देथै अउ जब उनखर दाम जोडे जथै, ता पचास हजार खोटन्ना के बरोबर रथै।
तब मसीह आयके सान्ति के संदेस सुनाइस जउन गैर यहूदी हुइके दुरिहां रथा अउ उन यहूदी मनसे के जउन लिघ्घो रथै।