23 अक्ठी बडा बोकडा के मारा, ता हमु खउबे अउ ओखर संग खुसी बनई।
पय बाफ अपन हरवाहन लग कथै, बिगर देरी करे लग निक्खा-निक्खा कपडा लानके इके पहिराबा अउ एखर अंगठी हे मुंदरी अउ गोड हे बूट पहिराबा।
काखे मोर हइ टोरवा मर गय रहिस अउ फेरै जिन्दा हुइ गय हबै, हइ भुलाय गय रहिस अब ऊ फेरै मिल गय हबै अउ उन खुसी बनामै लग जथै।