35 ऊ न तो भुंइ के कउनो काम के रही, अउ न खादा के काम हे आथै, मनसे उके बाहिर फटक देथै अउ जेखर सुनै के कान हबै ऊ सुन ले।”
जेखर कान होय ऊ सुन ले।
जेखर “कान होय ऊ सुन ले।”
फेरै यीसु उनखर लग कथै, जेखर कान हबै ऊ सुन ले।
पय मालिक जबाब दइस, मालिक हइ साल इके रहै देया, मै एखर चारो पल्ला खोद के खादा डालहुं।
पय कुछ बिजहा निक्खा भुंइ हे गिरिस अउ जम के सव गुना फडुहा लाइस।” एतका गुठेके बाद यीसु पुकार के कथै, “जेखर सुनै के कान होय ऊ सुन ले।”
जउन बात मै कथो, तुम धियान लग सुना, मनसे कर टोरवा यीसु मनसे के हाथ हे पकडोय बाले हबै।
अगर कउ मोर हे मजबूत बने नेहको रही, ता ऊ डगइल के जसना फटक दय जथै जउन झुराय जथै, ओही मनसे उठाय के आगी हे झपोय देथै अउ ऊ जर जथै।
जेखर कान हबै ऊ सुन ले कि आतमा मंडलिन लग काहिन कथै? जउन जीत पाइस, उके दूसर मिरतू लग हानि नेहको होही।
जेखर कान हबै ऊ सुन ले कि पवितर आतमा मंडलिन लग काहिन कथै। “जउन जीत जही, मै उके स्वरग हे लुके हर मन्ना देहुं, मै उके अक्ठी चरका पथरा देहुं, जेखर उप्पर अक्ठी नबा नाम होही, जउन ओखर सिबाय अउ कउ नेहको जानथै जेही ऊ दय गय हबै।”
“जेखर कान हबै ऊ सुन ले कि आतमा मंडली लग काहिन कथै।”
जेखर कान हबै ऊ सुन ले कि आतमा मंडली हइ असना कहाथै। जउन जीत पाइस, “ओही मै ऊ जीवन रूख के फडुहा खाय के निता देहुं जउन भगवान के स्वरग के बगिया हे हबै।”