9 पय जउन मोके मनसे के आगू सुइकार नेहको करी, ऊ भगवान कर स्वरगदूत के आगू सुइकार नेहको करे जही।
अउ जउन कउ मनसेन के आगू मोके मना करही, महुं अपन स्वरगी बाफ के आगू उके मना करहुं।
पय दुलहा डउका जबाब देथै, मै तुम्हर लग सही कथै, मै तुमही नेहको चीनथो।
“जब मनसे कर टोरवा अपन महिमा हे आही अउ सगलू स्वरगदूत ओखर संग आही, ता ऊ अपन महिमा के राजगद्दी हे बिराजमान होही।
तब राजा अपन टेटरा पल्ला बालेन लग कहि, हे पापी मनसे मोर लग दुरिहां हुइ जा अउ सबरोज बाले आगी हे कढ जा, जउन भुतवा अउ ओखर स्वरगदूत के निता तइयार करे गय हबै।
तब मै उनही सही-सही कहि दइहों, मै तुमही नेहको जानथो, हे अधरम करै बाले मोर आगू लग दुरिहां हुइ जा।
जउन कउनो मनसे चाल खराब बाले अउ पापिन के जात के बीच हे मोर बातन के सुनै, अउ माने के निता लजाही, ता मनसे कर टोरवा जब पवितर स्वरगदूत के संग अपन बाफ के महिमा के संग सजा दे आहुं ता महुं लजाहूं।
मै तुम्हर लग कथो, स्वरग हे इहैमेर भगवान कर स्वरगदूत ऊ पापी मनसे के निता खुसी बनाथै, जउन पस्चाताप करथै।”
पतरस जल्दी कथै, हे डउकी मै तो ऊ मनसे के नेहको जानथो।
जउन मोके अउ मोर सिक्छा के मानै हे लजाथै, ता मनसे कर टोरवा सुइकार करै हे लजई, जब ऊ अपन बाफ अउ पवितर स्वरगदूत के महिमा के संग आही।
अगर हम धीर लग सहत रहब, ता ओखर संग राज करब, अगर हम ओखर इन्कार करहिन, ता ऊ हमर इन्कार करहिन,
जउन टोरवा के नेहको मानथै, ओखर हे बाफ नेहको रथै, जउन टोरवा के मानथै, ओखर लिघ्घो बाफ हबै।
पिरिय लरका तुम उनखर हे बने रहा, जेखर लग जब ऊ परगट होय ता हमके पूर भरोसा होय अउ उनखर आय लग उनखर आगू हमके बेज्जती नेहको होय पडै।
मै तोर कामन के जानथो, देख, मै तोर आगू अक्ठी दूरा खोल दय हव, जेही कउ बन्द नेहको के सकथै, मै जानथो कि तोर सक्ति चुटु हस हबै, पय तै मोर बचन के माने हबस अउ मोर नाम के नेहको नकारे हबस।