6 का दुइ पइसा हे पांचठे गलइया नेहको बिकथै? फेर भगवान उनखर मसे अकोठेन के नेहको भूलथै।
का अक्ठी पइसा हे दुइठे गलइया नेहको बिकथै? तउभरमा तुम्हर बाफ के जानै बिना अउ ओखर इक्छा के बिना भुंइ हे नेहको गिर सकथै।
अक्ठी गरीब बिधवा डउकी रथै, उहां आयके दुइठे तांबा के चिल्लर डालथै, जउन दुइ सव के बरोबर रथै।
कउवन के धियान देया, उन नेहको बोथै अउ नेहको काटथै अउ उनखर न बखारी अउ न कोठला हबै, तउ भगवान उनके खबाथै तुम चिरइयन लग बढके हबा।
पतेरा के फूलन के देखा, उन न मेहनत करथै अउ न काटथै, मै तुम्हर लग कथो, राजा सुलेमान अपन सगलू जीवन हे उनखर मसे कउनो अक्ठी के जसना बन्डी नेहको पहिन सकिस।