35 “हरमेसा तइयार रहा अउ अपन चिमनी बारे रखा।
हइ कारन अपन-अपन दिमाक के कमर बांध के अउ सचेत रही के ऊ अनुगरह किरपा के पूर आसा रखा जउन यीसु मसीह के परगट होय के निता टेम तुमके मिलै बाले हबै।
इहैनिता अपन कनिहा सही लग कसके, नियाइपन के कपडा पहिने के ठाढ रहा।
इहैमेर तुम्हर उजेड मनसेन कर आगू चमकै, जेही उन तुम्हर निक्खा काम के देखके स्वरग के बाफ कर महिमा करै।
“ऊ रोज स्वरग कर राज उन दसठे कुमारिन के मेर होही, जउन चिमनी लइके दुलहा लग मिलै निकडथै।”
कि तुम हइ बुरी अउ भ्रस्ट पीढी हे भगवान के निरदोस टोरवा के रूप हे खुद के निस्कपट अउ निसपाप साबित के सका कि तुम हइ दुनिया हे जलत चिमनी के जसना चमकत दिखाई देथा।
तुम उन हरवाहन के जसना बना जउन अपन मालिक के गली देखथै, कि ऊ काज लग कब लउटही, ताकि मालिक आयके कंवाड ठोकठोकाही, ता उन हरबी ओखर निता कंवाड उघाड दइ।