अपन डेरा के बेच के मिलेहर पइसा के गरीबन हे बांट देया, अपन निता असना थइला हे धन डेरा अक जिघा करा, जेही नस्ट नेहको करे जाय सकथै, स्वरग हे अक जिघा करे हर डेरा हे न चोरटा के पहुंच हबै, अउ न पाई कीडा खतम कर पई।
यीसु ई बातन के सुनथै, ता ऊ उनखर ले कथै, अबहुन तोर हे अक्ठी बात के कमी हबै, तोर लिघ्घो जउन कुछ धन डेरा हबै, सगलू के बेच डार अउ फेर जउन कुछ पइसा मिलही उके गरीबन हे बांट दे, एखर ले तोके स्वरग हे धन डेरा मिलही, आ अउ मोर पाछू हुइ ले।
हइ बरतमान दुनिया के धनड्ड लग निबेदन करा कि ऊ घमंड झइ करै अउ नास होय बाले धन-डेरा हे नेहको, बलुक भगवान के उप्पर आसा रखा, जउन हमर निस्तार के सब चीज जादा मातरा हे देथै।