उनखर आंखिन हे गलत कामन लग भररे हर हबै, अउ उन पाप करै लग नेहको चुकै, उन कमजोर आतमा बालेन के ललचोथै, उनखर मन लालच लग भररे हर हबै, उन सराप पाय हरन के लरका हबै,
उन लालच हे तुमही अपन मन गडन्त बातन हे फसाय के तुम्हर लग बेकार फायदा उठाही, उनखर निता नियाव सजा पहिले लग तय हुइ चुके हबै, अउ ऊ उनखर पाछू करत हबै, उनखर नास सोय हर नेहको हबै।