54 अउ घात हे लगे रथै, कि ओखर मुंह लग निकरे हर कउनो बात हे फसइ।
ऊ टेम फरीसी मनसे अपन हे सोचै बिचारै लग जथै, कि यीसु के ओखर खुद के बातन हे फसइ।
यीसु उनखर बेकार सोच के जानके कथै, “हे ढोंगहा मनसे तुम मोके काखे फसामै के सोचथा।
उनखर मसे अक्ठी नियम के गुरू, यीसु के फसामै के निता पूछथै।
कुछ फरीसी जउन हेरोदियो के समूह मसे कुछ मनसेन यीसु के अपन बातन हे फसामै के निता, अपन चेलन के ओखर लिघ्घो पठोथै।
कुछ फरीसी मनसे ओखर ताक हे रथै, कि उके कसके पकडी कि यीसु सुस्ताय कर रोज हे उके निक्खा करथै कि नेहको।
जब यीसु ऊ घर लग निकडथै, तब नियाव के गुरू अउ फरीसी मनसे यीसु के पाछू पड गइन, अउ बोहत लग बातन हे सबाल करै लगिन।
ऊ मनसे यीसु के ताक हे रथै, अउ उन बदमासन के पठोथै, कि धरम के भेस बदल के, यीसु के कउनो बात के पकडै, ता ओही न्यायधीस के हाथ हे सउप दइ।
ऊ मनसे ओखर जबाब हे मगन हुइके चुप रह जथै अउ ऊ मनसेन के आगू जउन कुछ बात गुठे रहिस, ऊ बात हे यीसु के नेहको पकड पाथै।
काखे बोहत मनसे घात लगाय उके ओरगथै, उन हइ किरिया खाय हबै, कि जब तक उके मार न लइ तब तक न खाबे न पियब, बस तोर अनुमति के परतिक्छा हे उन बइठे हबै।