48 हइमेर तुम अपन सियानन के काम के गवाही देथा, अउ उनखर पूर तरह लग समरथन करथा, काखे उनही मारे रथै, अउ तुम उनखर मरघटी बनाथा।
हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम चूना लग लिपररे हर मरघटी के जसना हबै, जउन उप्पर लग निक्खा दिखथै, पय भित्तर छो लहासन के हाडा अउ सबैमेर के असुध्द लग भररे हर हबै।
हइमेर लग मनसे अपन पल्ला हइ गवाही देथा कि तुम ग्यानी मनसे के खून करै बालेन के लरका हबा।
हाय हबै तुमही, काखे तुम ग्यानी मनसेन के मरघटी बनाथा, जब कि तुम्हर सियान उनके मारे रथै।
इहैनिता भगवान के सिक्छा कथै, मै उनखर लिघ्घो ग्यानी मनसे अउ चेला पठोहूं, ऊ उनखर मसे केतनोन के मार डरहिन, अउ केतनोन के परेसान करहिन।
उन तो भगवान कर आदेस जानथै, कि असना काम करै बाले, मरै के सजा के भागी होही, तउभरमा असना काम करथै, बलुक करै बालेन के मदत करथै।
हे भाई अउ बेहन, धीर के संग दुख उठामै के बारे हे उन ग्यानी मनसेन के सुरता करा, जउन परभु के नाम लग चेतन्त दय रथै।