47 हाय हबै तुमही, काखे तुम ग्यानी मनसेन के मरघटी बनाथा, जब कि तुम्हर सियान उनके मारे रथै।
हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम चूना लग लिपररे हर मरघटी के जसना हबै, जउन उप्पर लग निक्खा दिखथै, पय भित्तर छो लहासन के हाडा अउ सबैमेर के असुध्द लग भररे हर हबै।
हइमेर तुम अपन सियानन के काम के गवाही देथा, अउ उनखर पूर तरह लग समरथन करथा, काखे उनही मारे रथै, अउ तुम उनखर मरघटी बनाथा।
स्तिफनुस आगू बोलतेन रहिस केतका तुम ढीठ हबा, मन अउ कान लग बिना सुध्दिकरन के हबा तुम अपन सियानन के जसना हबा, तुम सबदिना पवितर आतमा के बिरोध करे हबा।
जउन परभु यीसु के अउ ग्यानी मनसे के मार डारिन अउ हमु के सताइन, अउ भगवान उनखर लग खुस नेहको, अउ ऊ सगलू मनसेन के बिरोध करथै।