ऊ एलिय्याह के सक्ति अउ आतमा हे स्थित होय परभु के आगू-आगू चलही, ऊ बाफन के मन उनखर लरकन के पल्ला वापिस मोड दइ अउ आदेस नेहको माने बालेन के असना सोच के पल्ला उतसाहित करी, जेखर लग उन धरमी के जसना सोच रखही, हइ सब उन मनसेन के परभु के खातिर तइयार करै के निता करी।