12 जकरयाह स्वरगदूत के देखके चकराय गइस अउ डेराय गइस।
मरघटी के भित्तर गइन ता, उन अक्ठी जबान के देखथै, जउन लम्बा रथै, अउ चरका खुरथा पइजामा ओढे खउनी पल्ला बइठे हर देखिन, अउ बोहत चकरा जथै।
मरियम हइ बात के सुनके बोहत चकित हुइ गइस अउ मन हे सोचै लग जथै, नमस्ते के मतलब काहिन हुइ सकथै?
कुरनेलियन डेरात अउ स्वरगदूत के पल्ला देखत कथै हे परभु काहिन हबै? ऊ ओखर लग कथै, तोर बिनती अउ तोर दान सुरता के निता भगवान कर आगू पहुंचथै।
मै जब उके देखो ता मै ओखर गोड हे मरे लोथ के जसना गिर पडो, फेर ऊ मोर उप्पर हाथ धरके कथै, “झइ डर, हे यहों सुरू अउ आखरी हव।