32 दुनिया के सुरू लग हइ बात कबहुन सुने हे नेहको आइस कि कउनो जनम के अन्धरा के आंखी के उजेड दय होय।
जसना कि ऊ बोहत पहिलेन अपन पवितर ग्यानी मनसे के दवारा टीमा करे रथै।
कुछ मनसे कथै, “हइ बात अइसन मनसे के भित्तर नेहको हुइ सकथै, जेहमा भुतवा होय, का भुतवा अन्धरा के आंखी के खोल सकथै?”
हम जानथन कि भगवान पापिन के बिनती नेहको सुनथै, ऊ उन मनसेन के सुनथै, जउन ओखर सेबक हबै अउ ओखर इक्छा पूर करथै।
अगर हइ मनसे भगवान के पल्ला लग नेहको आय होतिस, ता कुछु नेहको कर सकथै।”
तब बिजली चमके लगिस अउ बादर के गरजन गरजे लगिस अउ बोहत बडा भुंइडोल हुइस, भुंइ हे मनसे के बनाय लग पहिले एतका बडा भुंइडोल कबहुन नेहको होय रथै।