13 कुछ मनसे ऊ मनसे के जउन पहिले अन्धरा रथै, उके फरीसिन के लिघ्घो लइ जथै।
पंडित अउ फरीसी हइ आदेस दे रथै, कि अगर कउ मनसे जानथै कि यीसु कछो हबै, ता ऊ एखर पूर खबर दे, ताकि उके पकड सकि।
तब फरीसी मनसे अपन हे कथै, “देखथा, तुम कुछु नेहको के पइहा, देखा सगलू दुनिया ओखे पाछू चलथै।”
तउभरमा साहब मसे बोहत यीसु हे बिस्वास करथै, पय फरीसिन के कारन अपन बिस्वास के परगट नेहको कर पाथै, काखे असना करै लग उनही मंडली लग निकाड झइ देय के डर रथै।
फेरै उन ओखर लग पूछथै, “ऊ कछो हबै?” ऊ कथै, “मै नेहको जानथो।”
जउन रोज यीसु माटी सानके अंधरा कर आंखी के उघारे रथै, ऊ सुस्ताय कर रोज रथै।