जउन बात मै तुम्हर लग कहे हव, ओही सुरता रखिहा, हरवाह अपन मालिक लग बडा नेहको होथै, अगर उन मोके सताय हबै, ता उन तुमो के सतइहिन, अगर उन मोर बचन के मानथै, ता तुम्हरो बात के मनहिन।
बिस्वास के अपन मन हे धरे इन मनसे मर जथै। जउन चीज के टीमा करे गय रहिस, उन ऊ चीज के नेहको पाथै, पय उन ओही दुरिहां लग देखिन अउ ओखर मेहमानी करिन। उन अपन के हइ भुंइ हे बाहरी अउ अनचिन्हार मानत रहिन।
पय हम हइ देखथन कि यीसु कुछ टेम के निता स्वरगदूतन लग नान बन गइस, पय मिरतू लग गुजरै के बाद यीसु के महिमा अउ इज्जत के मुकुट पहिनाय गइस, हइ मेर ऊ भगवान के अनुगरह किरपा लग हर अक्ठी मनसेन के निता मिरतू के मिठास चीख सकै।